ये सरेंडर तो शर्मनाक… इजरायल की युद्ध कैबिनेट दो फाड़; मंत्री क्यों बोले खतरे में नेतन्याहू सरकार…

दक्षिण गाजा पट्टी के राफा शहर के तीन आवासीय इमारतों पर इजरायल की ओर से किए गए हवाई हमलों में करीब 20 फिलीस्तीनी मारे गए हैं।

फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी वफा ने सोमवार को बताया कि गाजा पट्टी के राफा शहर के आवासीय क्षेत्र में इजरायल ने हवाई हमले किए, जिसमें करीब 20 लोगों की जान चली गई।

पीड़ितों में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं ओर कई अन्य लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। नागरिक सुरक्षा दल उन्हें बचाने के लिए काम कर रहे हैं। 

ये हमले काहिरा में हमास नेताओं और मिस्र के मध्यस्थों के बीच नए दौर की संघर्ष विराम वार्ता से ठीक पहले हुए हैं।

इसके बावजूद मिस्र के विदेश मंत्री ने कहा है कि वह गाजा में युद्ध विराम के नए प्रस्तावों को लेकर आशान्वित हैं। सूत्रों के अनुसाार गाजा में युद्धविराम के संबंध में आंदोलन की प्रतिक्रिया देने और इजरायल के साथ बंधक और कैदियों की अदला-बदली समझौते पर बातचीत करने के लिए हमास प्रतिनिधिमंडल आज काहिरा जाने वाला है।

इधर, बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच इजरायल की युद्ध कैबिनेट ने भी गाजा में युद्ध विराम के प्रस्तावों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कैबिनेट के मंत्री इस मुद्दे पर आपस में ही उलझते और दो फाड़ दिखे।

रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा है कि अगर इजरायली सरकार बंधकों की रिहाई के समझौते को रोकती है तो उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं रहेगा।

दूसरी तरफ वित्त मंत्री बेजालेल स्मोटरिच ने कहा कि सरकार समझौते के लिए तैयार होती है तो यह शर्मनाक सरेंडर होगा। कट्टरपंथी इजरायली मंत्री प्रधानमंत्री नेतन्याहू को चेतावनी दे रहे हैं कि अगर हमास के साथ बंदियों के बदले युद्ध विराम पर सहमति बनी तो उनकी सरकार गिर जाएगी।

ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि नई वार्ता के अनुसार इसमें 40 दिनों का युद्ध विराम शामिल होगा। अमेरिकी विदेश मंत्री ने भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हमास इस उदार प्रस्ताव को स्वीकार करेगा।

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा है कि इजरायल ने अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देशों को भरोसा दिया है कि वो रफाह में हमला नहीं करेगा। 

हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा है कि पिछले 24 घंटों के दौरान इजरायल की ओर से किए गये हमलों में करीब 66 फिलिस्तीनियों की मौत हो गयी और अन्य 138 घायल हो गए हैं।

पिछले साल सात अक्टूबर को इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी में मरने वालों की कुल संख्या 34,454 तक पहुंच गयी है और 77,575 लोग घायल हो गए।